बहुमूल्य पत्थर

आसमान से गिरा करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत का पत्थर 


 11 फरवरी 2020 को राजस्थान के अलवर जिले के शाहजहांपुर पुलिस थाना इलाके के फौलादपुर क्षेत्र में सुबह करीब 5:00 बजे खगोलीय घटना हुई थी।

कई लोगों ने देखा कि सुबह अचानक तेज रोशनी के साथ उल्का पिंड को आसमान से जमीन की ओर गिरते  हुए देखा था। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई।  जालोर जिले के सांचोर शहर में शुक्रवार सुबह करीब सवा 6 बजे आसमान से तेज धमाके के साथ बमनुमा आकार उल्का पिंड का  हिस्सा गिरने से आसपास के इलाके में दहशत फैल गई थी. आसमान से गिरे इस उल्का पिंड की आवाज इतनी तेज थी कि करीब 2 किलोमीटर के क्षेत्र में धमाका सुनाई दिया गया था. 

.स्थानीय नागरिक अजमल देवासी के अनुसार, सुबह करीब सवा 6 बजे आसमान से कुछ गिरा, जिसकी आवाज बहुत तेज थी जैसे कोई प्लेन आकर गिरा हो. जबरदस्त धमाका हुआ हालांकि किसी को मालूम भी नहीं चला कि क्या गिरा. आसपास में देखा तो जहां पर जमीन में देखने से खड्डा बना हुआ था.और इसके गिरने से जमीन के उस स्थान में 1 फुट गहरा गड्ढा बन  गया थाऐसे में विस्फोटक जैसी वस्तु से भी इनकार नहीं किया जा सकता.  यह हमारे घर के करीब 100 फुट की दूरी पर ही गिरा. गिरने के बाद हमने उस स्थान में जाकर उसको देखा उसमें से धूआ निकल रहा था तो तुरंत प्रशासन को सूचना दी.ऐसे में पुलिस प्रशासन ने उस वस्तु से दूर रहने की सलाह दी आसमान से गिरी  उल्का पिंड का टुकड़ा करीब एक फीट जमीन में अंदर धंसा था.

आसमान से गिरा यह उल्का पिंड तीन घंटे बाद भी बहुत ज्यादा गर्म था.

जालौर में आईबी के इंस्पेक्टर मंगल सिंह के मुताबिक, आसमान से तेज आवाज के साथ धातु गिरने की सूचना उन्हें  वहां के स्थानीय लोगों से मिली थी, जिसको देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन उपखंड अधिकारी और साथ में एक्सपर्ट टीम भी मौके पर पहुंचकर धातु को आपने कब्जे में लेकर इसके ठंडा होने पर इसे कांच के एक जार में रखवा  कर अपने साथ ले गई

Expert team जांच की, जिसमें आसमान से गिरी धातु का वजन 2 किलो 788 ग्राम निकला

इसके बारे में कम्प्यूटर टेस्टिंग के डायरेक्टर शैतानसिंह कारोला ने बताया की जब कम्प्यूटर और मशीन से जांच की गई तो सामने आया की यह एक उल्का पिंड था इसकी कीमत करोड़ों में हो सकती है बता दे इसकी सतह में धातु की मात्रा प्लेटीनम 0.05 ग्राम, नायोबियम 0.01 ग्राम, जर्मेनियम 0.02 ग्राम, आयरन 85.86 ग्राम, कैडमियम की मात्रा 0.01 ग्राम, निकिल 10.23 ग्राम पाई गई है जिसका कुल वजन 2.788 किलोग्राम था!
उस उल्का पिंड की जांच में सतह से 5-6 धातुओं के बारे में पता चला है जिसमें प्लेटिनम सबसे महंगी है. प्लेटिनम का भाव 5 से 6 हजार रुपये प्रतिग्राम होता है. यदि उसकी जांच करने पर अंदर भी इसी तरह का मटेरियल निकलता है तो इसकी कीमत करोड़ों रुपये  से भी ज्यादा की हो सकती है.

जब यह आसमान से गिरी तो इसको लेकर तरह-तरह की अफवाहें भी सामने आईं.  एक्सपर्ट टीम से पूछने में पता चला आकाश में कभी-कभी एक ओर से दूसरी ओर अत्यंत वेग से जाते हुए अथवा पृथ्वी पर गिरते हुए जो पिंड दिखाई देते हैं, उन्हें उल्का और साधारण बोलचाल में टूटते हुए तारे कहते हैं. उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुंचता है उसे उल्कापिंड कहते हैं.
अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि आखिर घटना के पीछे क्या वजह थी।

ज्योग्राफी के एसोसिएट प्रोफेसर मिलन्द कुमार यादव ने उस समय बताया था कि ब्रह्माण्ड से ऐसे पार्टिकल पुच्छल तारा या उल्का पिंड आते रहते हैं, जिनमें यहां के घना वायुमंडल में घर्षण से इनमें आग लग जाती है और वे नष्ट हो जाते हैं। जब ये बड़े आकार के आते हैं तो धरती के समीप दिखाई देते हैं।  आसमान में। कभी-कभी ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जो हमें चौंका देती हैं। घटना क्यों हुई। इसका संतोषजनक जवाब किसी के पास नहीं मिलता है। 

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