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Showing posts from June, 2020

बहुमूल्य पत्थर

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आसमान से गिरा करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत का पत्थर   11 फरवरी 2020 को राजस्थान के अलवर जिले के शाहजहांपुर पुलिस थाना इलाके के फौलादपुर क्षेत्र में सुबह करीब 5:00 बजे खगोलीय घटना हुई थी। कई लोगों ने देखा कि सुबह अचानक तेज रोशनी के साथ उल्का पिंड को आसमान से जमीन की ओर गिरते  हुए देखा था। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई।  जालोर जिले के सांचोर शहर में शुक्रवार सुबह करीब सवा 6 बजे आसमान से तेज धमाके के साथ बमनुमा आकार उल्का पिंड का  हिस्सा गिरने से आसपास के इलाके में दहशत फैल गई थी. आसमान से गिरे इस उल्का पिंड की आवाज इतनी तेज थी कि करीब 2 किलोमीटर के क्षेत्र में धमाका सुनाई दिया गया था.  .स्थानीय नागरिक अजमल देवासी के अनुसार, सुबह करीब सवा 6 बजे आसमान से कुछ गिरा, जिसकी आवाज बहुत तेज थी जैसे कोई प्लेन आकर गिरा हो. जबरदस्त धमाका हुआ हालांकि किसी को मालूम भी नहीं चला कि क्या गिरा. आसपास में देखा तो जहां पर जमीन में देखने से खड्डा बना हुआ था.और इसके गिरने से जमीन के उस स्थान में 1 फुट गहरा गड्ढा बन  गया थाऐसे में विस्फोटक जैसी वस्तु से भी इनकार नहीं कि...

Do you know Black Diamond Apple

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 क्या आप जानते हैं Black Diamond Apple के बारे में          नमस्कार दोस्तों आज हम आपको सेव की प्रजाति के ही      एक दुर्लभ  सेव  के बारे में  बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। जी हाँ, आपने देखा  है कि सेव लाल अथवा हारे होते हैं लेकिन हम लोग शायद सेब के कुछ ही प्रकार के बारे में जानते होंगे जिसमें हिमाचल का सेब और कश्मीर का  सेब सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। लेकिन सेब के बारे में कहा जाता है कि सेब के प्रकार इतने है कि अगर एक व्यक्ति रोज एक प्रकार के सेब खाए तो भी उसे सभी प्रकार के सेब खाने में 20 साल लग जाएंगे। जी हां  सेव के 7500से भी ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है लेकिन शायद आपको यह नहीं पता आज हम आपको काले सेव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आपको और भी बेहद हैरानी होगी। गहरे बैगनी रंग के इस सेब को ब्लैक डायमंड एप्पल भी कहा जाता है। यह इतना गहरा बैगनी कलर का होता है कि देखने पर काला दिखाई देता है। यह दुर्लभ सेब बहुत कम जगह पर पाया जाता है। सिर्फ तिब्‍बत की पहाड़‍ियों पर उगाया ज...

मृत सागर

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क्या आप जानते हैं मृत सागर  के बारे में? दुनिया का एकमात्र ऐसा सागर है के जिसके पानी में जाके कोई भी इंसान डूबता नहीं है इसका विज्ञानिक कारण है कि पानी का घनत्व 1.2kg/ लीटर है इसके के पानी में दुनिया के बाकी सागर के मुकाबले 8 गुना ज्यादा नमक है इसलिए इसके पानी के अंदर कोई भी मछली अथवा वनस्पति नहीं है! मृत सागर समुद्र तल से 440मीटर नीचे, दुनिया का सबसे निचला बिंदु कहा जाने वाला सागर है। इसे खारे पानी की सब से निचली झील भी कहा जाता है। ६५ किलोमीटर लंबा और १८ किलोमीटर चौड़ा यह सागर अपने उच्च घनत्व के लिए जाना जाता है, जिससे तैराकों का डूबना असंभव होता है। मृत सागर में मुख्यत: जॉर्डन नदी और अन्य छोटी नदियाँ आकर गिरती हैं। इसमें जीवाणुओं की ११ प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अतिरिक्त मृत सागर में प्रचुर मात्रा में खनिज पाए जाते हैं। ये खनिज पदार्थ वातावरण के साथ मिल कर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक वातावरण बनाते हैं। मृत सागर अपनी विलक्षणताओं के लिए कम से कम चौथी सदी से जाना जाता रहा है, जब विशेष नावों द्वारा इसकी सतह से शिलाजीत निकालकर मिस्रवासियों को बेचा जाता था। यह चीजों को सड़ने से बचाने,...